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हवन-पूजा पाठ | ||
यज्ञ और हवन . | यज्ञ किसी खास उद्देश्य से देवता विशेष को दी जाने वाली आहुति है। इसमें देवता, आहुति, वेद मंत्र, दक्षिणा अनिवार्य रूप से होते हैं। हवन हिंदू धर्म में शुद्धीकरण का एक कर्मकांड है। कुंड में अग्नि के माध्यम से देवता के निकट हवि पहुंचाने की प्रक्रिया को हवन कहते हैं। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
रामायण पाठ . | अखंड रामायण पाठ का मूल यह है कि बिना रुके लगातार श्री रामचरितमानस का पाठ करना। सम्पूर्ण रामायण को 7 भागों में विभाजित किया गया है बालकाण्ड (रामायण का पहला पाठ), अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड, और उत्तरकांड। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
सुंदरकांड | सुंदरकाण्ड एकमात्र ऐसा अध्याय है, जो श्रीराम के भक्त हनुमान की विजय का काण्ड है। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
गृह प्रवेश . | गृह प्रवेश एक हिंदू अनुष्ठान है जिसमें शुभ मुहूर्त पर पूजा समारोह आयोजित किया जाता है जब कोई व्यक्ति पहली बार एक नए घर में जाता है। सामान्यतः गृह प्रवेश पूजा की शुभ तिथियां ज्योतिषीय चार्ट के आधार पर पंडित द्वारा तय की जाती हैं। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
नवग्रह शांति . | दुर्भाग्य हटाने के लिए नौ ग्रहों के सभी नकारात्मक प्रभाव दूर करने और सुख-शांति के लिए नवग्रह पूजा होती है. जीवन में सफलता के लिए घर पर नवग्रह पूजा कराने का विशेष महत्व रहता है. नवग्रह वे प्रमुख ग्रह हैं, जिनका हमारे जीवन में बहुत महत्व है. ये मनुष्य की नियति तय करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
मूलशांति . | राशि चक्र में एसी तीन स्थितियां होती हैं, जबराशि और नक्षत्र दोनों एक साथ समाप्त होते हैं। यह स्थिति “गंड नक्षत्र" कहलाती है। इन्हीं समाप्ति स्थल से नई राशि और नक्षत्र की शुरूआत होती है। लिहाजा इन्हें “मूलनक्षत्र” कहते हैं (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
पितृ शांति . | आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में पूर्वजों को मृत्यु तिथि अनुसार तिल, कुशा, पुष्प, अक्षत, शुद्ध जल या गंगा जल सहित पूजन, पिंडदान, तर्पण आदि करने के बाद ब्राह्माणों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन, फल, वस्त्र, दक्षिणा आदि दान करने से पितृ दोष शांत होता है (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
महामृत्युंजय . | पुत्र की प्राप्ति, जीवन में उन्नति और अकाल मृत्यु से बचने और सभी प्रकार के अक्षय रोग बाधाओ को दूर करने के लिए के लिए सवा लाख की संख्या में मंत्र जप करना शुभ माना गया है (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
गायत्री पाठ . | गायत्री महामंत्र वेदों का एक महत्त्वपूर्ण मंत्र है जिसकी महत्ता ॐ के लगभग बराबर मानी जाती है। इस मंत्र में सवितृ देव की उपासना है इसलिए इसे सावित्री भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र के उच्चारण और इसे समझने से ईश्वर की प्राप्ति होती है। इसे श्री गायत्री देवी के स्त्री रूप में भी पूजा जाता है। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
कालशर्प दोष पूजा . | कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए आप राहु और केतु के मंत्रों का जाप करवाए । किसी अच्छे विद्वान पंडित के द्वारा इस अनुष्ठान को सविधी संपन्न करवाए। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
नीव मुहूर्त पूजा . | घर का निर्माण शुरू करने और नए घर की नींव रखने में अंतर है। निर्माण शुरू करने से पहले आधारशिला जरूर रखनी चाहिए। बैसाख (मई), मार्गशीर्ष (दिसंबर), पौष (जनवरी) और फाल्गुन (मार्च) नींव रखने के लिए सबसे अच्छे महीने हैं। बैशाख, श्रावण, मार्गशीर्ष, माघ, फाल्गुन, भाद्रपद और कार्तिक महीने भी उचित हैं। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
शादी-विवाह . | दो लोगों के बीच एक सामाजिक या धार्मिक मान्यता प्राप्त मिलन है जो उन लोगों के बीच, साथ ही उनके और किसी भी परिणामी जैविक या दत्तक बच्चों तथा समधियों के बीच अधिकारों और दायित्वों को स्थापित करता है। एक विवाह के समारोह को विवाह उत्सव (वेडिंग) कहते है। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
मूर्ति प्राण प्रतिस्ठा . | इस प्रतिमा में जान डालने की विधि को ही प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। यह मूर्ति को जीवंत करती है जिससे की यह व्यक्ति की विनती को स्वीकार कर सके। जब भी लोग किसी देवमूर्ति को घर के मंदिर में लाते हैं तो पूरे विधि विधान से इसकी पूजा की जाती है। इस प्रतिमा में जान डालने की विधि को ही प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
रुद्रा अभिषेक . | शिव रुद्राभिषेक ( Shiv Rudrabhishek ) भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी उपाय है। रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक। रुद्र भगवान शिव का ही प्रचंड रूप हैं । शिव कृपा से आपकी सभी मनोकामना जरूर पूरी होंगी तो आपके मन में जैसी कामना हो वैसा ही रुद्राभिषेक करिए और अपने जीवन को शुभ ओर मंगलमय बनाइए। (पंडित जी से सम्पर्क करे Call ) | |
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