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स्त्री ऋण के प्रभाव और उसके क्या उपाय है जाने हिंदी में

https://wa.me/message/TPBIPRP3Q4DYC1स्त्री  ऋण

ग्रह संकेत :- जन्मकुंडली के दूसरे या सातवे घरो में सूर्य , चंद्र , राहु More Information Click Here 

पहचान :- शुक्र पीड़ित होने पर ऐसे जातको और उसके परिवार  दांतोवाले जानवर , विसेष रूप से गाय को पालने में अरुचि और अश्रद्धा रहती है। 

प्रसूति के समय स्त्री को किसी लालच में लाकर मार डालना या मरवा डालने से स्त्री ऋण पैदा होता है। 

अनिष्ट फल :- किसी भी कारण से जब जन्मकुंडली में बैठा हुआ शुक्र पीड़ित हो जाता है तो वह ख़ुशी में गमी , रंग में भंग डालता है।
परिवार में हो रहे ख़ुशी के अवशर पर अचानक किसी की मृत्यु हो जाये या किसी को लकवा मार जाये या किसी भयंकर रोग का दौरा पड़ जाये तो है मान लेना चाहिए की स्त्री ऋण के फलसवरूप शुक्र पीड़ित है। जातक का अंगूठा बिना किसी कारण निष्क्रिय हो जाता है। वह सवपदोष और त्वचा रोगो से ग्रस्त हो जाता है। 

उपाय :- 

पैसो से चारा- दाना आदि खरीदकर एक ही दिन में सौ गायों को डाले 

साफ सुथरे वस्त्र सलीके से पनहने पर भी शुक्र के अनिष्ट से काफी हद तक राहत मिलती है। 

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